रोजमर्रा की राजनीतिक में आरएसएस का एजेंडा
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ, आरएसएस लगातार कहता रहा है कि उसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है और वह राष्ट्र निर्माण के लिए काम करने वाला एक सांस्कृतिक संगठन है। परंतु ऐसा लग रहा है कि पिछले कुछ दिनों से रोजमर्रा की राजनीतिक घटनाओं में उसकी भागीदारी बढ़ गई है। नीतिगत मसलों पर बंद कमरे में विचार करने और चुपचाप उस पर अमल करने की बजाय संघ का विचार विमर्श रोजमर्रा की राजनीतिक घटनाओं पर ज्यादा हो रहा है। उत्तर प्रदेश से लेकर झारखंड और अब केरल में संघ की जो बैठकें हुई हैं उनके एजेंडे पर नजर डालें तो...