बदलती हवा के साथ
अभी जबकि सैटेलाइट इंटरनेट सेवा प्रदान करने के लिए स्पेसएक्स को भारत में लाइसेंस हासिल नहीं हुआ है, एयरटेल भारती ने उसके साथ करार कर लिया है। नतीजतन स्पेसएक्स के खिलाफ मोर्चे में रियालंस जियो अकेली पड़ गई है। अभी पांच महीने नहीं हुए हैं, जब भारती एयरटेल कंपनी ने रिलायंस जियो के साथ साझा रुख लेते हुए भारत सरकार से कहा था कि सैटेलाइट इंटरनेट सेवा के लिए स्पेक्ट्रम का आवंटन नीलामी के जरिए हो। यह मांग इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के विपरीत थी, जो यह सरकारी फैसले से आवंटन चाहती है। इस बीच अमेरिका में डॉनल्ड ट्रंप...