Sharda Sinha

  • स्त्री वेदना को व्यक्त करने वाली गायिका

    गिरिजा देवी के बाद वह दूसरी गयिका थीं, जिन्हें हिंदी प्रदेश की जनता ने प्यार और सम्मान दिया था। फर्क दोनों की गायिकी में था पर व्यक्तित्व एक जैसा। दोनों अपनी संस्कृति में रची बसी। दोनों गायिकी के लिए समर्पित। बिहार में सुपौल जिले के हुलास में 1952 में जन्मीं शारदा सिन्हा से पहले भी भोजपुरी लोक गीतों की गायिकी की लंबी परंपरा रही थी पर उन्होंने उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय बनाया। विमल कुमार कोई भी कला बिना लोक के न तो लोकप्रिय हो सकती है न अमर। आम जन ही कला को दूर दूर तक पहुंचाता है। तुलसी...

  • शारदा सिन्हा के निधन पर शोक में डूबा सिनेमा जगत

    नई दिल्ली। बिहार की 'स्वर कोकिला' शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) के निधन से सिनेमा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। पद्म भूषण लोक गायिका के निधन पर बॉलीवुड के जाने माने कलाकार मनोज बाजपेई से लेकर भोजपुरी फिल्म स्टार्स ने दुख जताया है। लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने अपने शब्दों में शारदा सिन्हा के पूरे व्यक्तित्व को प्रदर्शित कर दिया है। बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी ने शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि देते हुए एक्स पोस्ट में लिखा, " बहुत दुखद समाचार !! अपनी गायिकी से भोजपुरी संगीत और गायिकी को राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय पटल पर ले जाने वाली महान...