टॉल की आड़ में लूट
समझा जा सकता है कि पब्लिक- प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर बनीं सड़कों का कैसा अनुचित बोझ सड़क यूजर्स पर डाला गया गया है। अगर अतार्किक फॉर्मूले को अधिकारियों ने मंजूरी दी, तो क्या इसमें भ्रष्टाचार की दुर्गंध महसूस नहीं की जानी चाहिए? दिल्ली- नोएडा डायरेक्ट (डीएनडी) मार्ग पर टॉल वसूली में घपले पर सीएजी की रिपोर्ट और उस आधार पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला एक मिसाल है। ऐसे मामले देश में कहां-कहां और कितनी संख्या में होंगे, इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है। इस मार्ग पर प्राइवेट फर्म- नोएडा टॉल ब्रिज कंपनी लिमिटेड (एनटीबीसीएल) के टॉल वसूलने पर...