नतीजा संवाद से परहेज का
सड़क हादसों को रोकने के लिए नजरिए में मूलभूत परिवर्तन की आवश्यकता है। जहां ड्राइवरों की गलती हो, उन्हें बेशक सख्त सजा मिलनी चाहिए, लेकिन हादसे की परिस्थितियों को भी अवश्य में ध्यान में रखा जाना चाहिए। अगर केंद्र सरकार कानून बनाने के पहले सभी हित-धारकों से संवाद के रास्ते पर चलती, तो ट्रक, बस और टैंकर चालकों को हड़ताल पर नहीं जाना पड़ता। लेकिन हित-धारकों की बात तो अलग, सरकार ने देश की आपराधिक दंड संहिता और साक्ष्य कानून में व्यापक बदलाव बिना विपक्ष के साथ भी संवाद कायम किए कर दिया। अब चूंकि नई भारतीय न्याय संहिता के...