vedanta

  • क्योंकि जड़ कमजोर है

    पश्चिमी मीडिया ने अपने कारणों से भारत की अर्थव्यवस्था की फिलहाल जो गुलाबी छवि बनाई है, भारत सरकार के कर्ता-धर्ताओं ने संभवतः उसे गंभीरता से लिया है। ऐसे में शुरुआत में ही ‘ताकत के आधार पर संवाद करने’ का नजरिया उन्होंने अपनाया है। ताइवानी कंपनी फॉक्सकॉन का गुजरात में वेदांता के साथ प्रस्तावित सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट से अलग होने का फैसला भारत की जमीनी कमजोरियों की तरफ एक और इशारा है। यह महत्त्वाकांक्षा अपने आप में अत्यधिक है कि दुनिया की बड़ी और नामी कंपनियों को अपने यहां बुलाकर कुछ वर्षों (या दशकों) में भारत दुनिया की सबसे जहीन तकनीक वाले...