अनजान चेहरों का ‘वारिस पंजाब दे’ बनना!
लगता है 35 साल बाद भी पंजाब में पुराने घाव जस के तस है। कुछ भी नहीं बदला है। या शायद सब कुछ बदल गया है। राज्य एक बार फिर गुस्से, अवज्ञा, विद्रोह, सिक्ख पहचान को कायम रखने, सिक्ख अस्मिता की लहर में डूबता जा रहा है। जनादेश और भावनाओं की भांप-2 चुनाव 2024 के नतीजों में सुर्खियां बटोरने वाले अमृतपाल सिंह और सरबजीत सिंह खालसा भी है। दोनों ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवारों के रूप में चुनाव लड़ा है। जहां अमृतपालसिंह ने कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप सिंह जीरा को 1,97,120 वोटों से हराया वहीं सरबजीत सिंह खालसा ने आम आदमी...