World war

  • दुनिया को युद्ध में झोंकने पर आमादा नाटो

    नाटो (नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाजेशन) ने अपनी 75वीं सालगिरह पर वॉशिंगटन डीसी में अपना शिखर सम्मेलन आयोजित किया। चूंकि हर व्यावहारिक अर्थ में वॉशिंगटन नाटो की राजधानी है, इसलिए यह तार्किक ही है कि यह आयोजन इस स्थल पर हुआ। हालांकि नाटो की स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुई थी, मगरइसका डायमंड जुबली समारोह 9 से 11 जुलाई तक आयोजित किया गया। अमेरिकी शासक वर्ग की निगाह से देखें, तो नाटो का बनना और उसका बने रहना बेशक उत्सव का सबब है। आखिर नाटो है, तो दुनिया में बड़े युद्ध हैं, जिनसे अमेरिका के मिलिटरी-इंडस्ट्रियल कॉम्पलेक्स का धंधा फूलता-फलता रहता...

  • क्या नाटो विश्व युद्ध का जोखिम उठाएगा?

    पिछले दो हफ्तों में मैक्रों ने अनेक बार कहा है कि वे फ्रांस की सेना को यूक्रेन भेजना चाहते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर मैक्रों ऐसी घोषणा करते हैं, तो उसके बाद पोलैंड, चेक रिपब्लिक और कुछ अन्य देश भी अपनी फौज यूक्रेन भेज सकते हैं। इसका अर्थ रूस के साथ इन देशों का सीधा युद्ध शुरू होने में सामने आएगा और तब परिस्थितियां विश्व युद्ध की तरफ भी जा सकती हैं। क्या फ्रांस यूक्रेन युद्ध में प्रत्यक्ष रूप से शामिल होने की तैयारी में है? पिछले दो हफ्तों में मैक्रों ने अनेक बार कहा है कि वे फ्रांस की...