चेन्नई/हैदराबाद। चक्रवाती तूफान मिचौंग का कहर दूसरे दिन भी जारी रहा। मंगलवार को तूफान की वजह से कई इलाकों में भारी बारिश हुई। दो दिन में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 12 हो गई है। यह तूफान दो दिसंबर को बांग्लादेश की खाड़ी से उठा था और मंगलवार को दोपहर आंध्र प्रदेश के समुद्र तट से टकराया। मौसम विभाग के मुताबिक दोपहर एक बजे तूफान बापटला में नेल्लोर-मछलीपट्टनम के बीच समुद्र तट से टकराया।
मौसम विभाग ने बताया कि जिस समय तूफान समुद्र तट से टकराया उस समय एक सौ किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चली रही थीं। बाद में भी तेज हवाओं के साथ बारिश होती रही। हालांकि अगले दो घंटे में तूफान कमजोर होकर आगे बढ़ गया। तूफान का सबसे ज्यादा असर आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में हुआ। दोनों राज्यों में एक सौ से ज्यादा ट्रेनें और 50 से ज्यादा उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने नौ हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया।
तमिलनाडु में तूफान की वजह से रविवार से भारी बारिश हो रही है। भारी बारिश की वजह से चेन्नई शहर का ज्यादातर हिस्सा डूब गया है। इसमें 12 लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश में छह दिसंबर तक आंधी के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। तूफान के कारण पांच दिसंबर को स्कूल-कॉलेज बंद रहे। उधर आंध्र प्रदेश में तिरुपति हवाईअड्डे के निदेशक केएम बसवराजू ने बताया कि खराब मौसम के कारण सोमवार को सभी उड़ानें रद्द कर दी गई थीं।