रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में तीन जवान शहीद हो गए हैं, जबकि 14 जवान घायल हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए रायपुर लाया गया है। पुलिस ने बताया है कि मंगलवार को प्रदेश में बीजापुर-सुकमा सीमा पर सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के दौरान तीन जवान शहीद हो गए और 14 जवान घायल हुए हैं। गौरतलब है कि पुलिस ने लोगों को बुनियादी सुविधाएं देने और नक्सली गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सुकमा के टेकलगुडेम गांव में मंगलवार को ही एक सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया था।
सुरक्षा कैंप स्थापित करने के बाद डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड यानी डीआरजी, कोबरा बटालियन और स्पेशल टास्क फोर्स के जवान इलाके में कैंप के नजदीक जोनागुडा-अलीगुडा की ओर गश्त पर निकले थे। उसी दौरान नक्सलियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस के मुताबिक, नक्सलियों की गोलीबारी का सुरक्षा बलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग निकले। मुठभेड़ के दौरान तीन जवान शहीद हो गए और 14 घायल हुए हैं। घायल जवानों का सिलगेर कैंप में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रायपुर लाया गया है।
गौरतलब है कि तीन साल पहले 2021 में टेकलगुडेम के जंगल में सुरक्षाबलों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 23 जवान शहीद हो गए थे। बहरहाल, बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि क्षेत्र की जनता को नक्सल समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए बस्तर पुलिस और तैनात सुरक्षा बल संकल्पित है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 में टेकलगुडेम मुठभेड़ में भारी नुकसान पहुंचने के बावजूद जनहित में हम फिर मजबूती से टेकलगुडेम गांव में कैंप स्थापित कर क्षेत्र की शांति, सुरक्षा व विकास हेतु समर्पित होकर काम करेंगे।