विज्ञापन मामले में सिर्फ आप क्यों निशाने पर?
आम आदमी पार्टी एक बार फिर विज्ञापन के विवाद में फंसी है। असल में 2015 में पहली बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद से ही अरविंद केजरीवाल की सरकार विज्ञापन को लेकर विवादों में रही है। विज्ञापन पर शीला दीक्षित की पूर्ववर्ती सरकार के मुकाबले कई गुना ज्यादा खर्च करने को लेकर केजरीवाल सरकार पर अनेक सवाल उठे। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर सवाल उठाया और एक मामले में तो कोर्ट ने यहां तक कहा कि सरकार के पास विज्ञापन पर खर्च करने के लिए सैकड़ों करोड़ रुपए हैं लेकिन बुनियादी ढांचे की परियोजना...