AIADMK

  • अन्नाडीएमके ने विजय की ओर हाथ बढ़ाया

    तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुद अन्ना डीएमके से तालमेल का ऐलान किया था। के अन्नामलाई की जगह अन्ना डीएमके से ही आए नागेंद्रन को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। लेकिन पिछले कुछ दिन से दोनों पार्टियों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। असल में अमित शाह ने एक बयान दे दिया कि अगले साल के चुनाव के बाद तमिलनाडु में एनडीए गठबंधन की सरकार बनेगी। इससे अन्ना डीएमके के नेता नाराज हुए हैं। उन्होंने कहा है कि गठबंधन की सरकार नहीं बनेगी और भाजपा से तालमेल...

  • अपनी ताकत का अहसास

    तमिलनाडु में ईके पलनीसामी एडीएमके- भाजपा गठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे। साफ है, दोनों दल अपनी चुनावी ताकत को लेकर सचेत हैं। उधर बिहार चुनाव में कांग्रेस नेताओं के बयान कुछ अलग ही संकेत दे रहे हैं। तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में अभी साल भर बाकी हैं, जबकि भाजपा ने अन्ना डीएमके के साथ अपने गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया है। इसके बावजूद है कि इस सदी में दोनों पार्टियों के बीच गठजोड़ का तजुर्बा बहुत अच्छा नहीं रहा है। लगे हाथ ये एलान भी कर दिया गया है कि एरापडी के. पलनीसामी एडीएमके- भाजपा गठबंधन...

  • भाजपा-अन्ना डीएमके साथ लड़ेंगे

    चेन्नई। तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से एक साल पहले भारतीय जनता पार्टी ने राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी और अपनी पुरानी सहयोगी अन्ना डीएमके से गठबंधन की घोषणा कर दी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुद गठबंधन का ऐलान किया। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि 2026 में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव अन्ना डीएमके प्रमुख ई पलानीस्वामी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। उन्होंने सीटों बंटवारे के बारे में कहा कि इस पर बाद में चर्चा होगी। शाह ने यह भी कहा कि न्यूनतम साझा कार्यक्रम बन सकता है। बहरहाल, पिछले दिनों पूर्व मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी ने दिल्ली में अमित शाह से...

  • भाजपा और अन्नाडीएमके साथ लड़ सकते हैं

    तमिलनाडु में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई ने अन्ना डीएमके से तालमेल की बात करके सनसनी फैला दी है। वे अन्ना डीएमके से तालमेल के सबसे घनघोर विरोधी रहे हैं। लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों में तालमेल नहीं हुआ और भाजपा को दूसरी छोटी पार्टियों से तालमेल बैठा कर चुनाव लड़ना पड़ा तो उसका एक कारण अन्नामलाई भी थे। तभी चुनाव में भाजपा के एक भी सीट नहीं जीत पाने के बाद कहा जा रहा था कि पार्टी उनको प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा देगी। इस चर्चा के बीच उन्होंने छुट्टी की अपील कर दी। मजेदार बात यह है...