air quality
दिल्ली में अभी सर्दी की शुरुआत नहीं हुई है लेकिन उससे पहले ही हवा की गुणवत्ता खराब होकर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने कहा कि स्थिति की समीक्षा करके चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्रवाई योजना के तीसरे चरण के तहत वायु प्रदूषण रोधी उपायों को लागू करने पर फैसला ले सकते हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में गुरुग्राम और पंजाब में लुधियाना में सुबह 10:10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) क्रमश: 313 और 269 दर्ज किया गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 260 दर्ज किया गया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को भी वायु गुणवत्ता लगातार तीसरे दिन ‘खराब’ श्रेणी में रही।
दिल्ली में सोमवार सुबह वायु गुणवत्ता वायु गुणवत्ता सूचकांक 241 दर्ज किया गया।
दिल्ली में रविवार को सुबह आठ बजकर पांच मिनट पर दिल्ली की वायु गुणवत्ता 218 यानी खराब श्रेणी में दर्ज की गयी।
वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में शनिवार सुबह करीब नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 41 था, जो ‘अच्छी’ श्रेणी में आता है।
शीर्ष अदालत ने शनिवार को प्रदूषण के स्तर में वृद्धि को आपातकालीन स्थिति करार दिया था और राष्ट्रीय राजधानी में तालाबंदी का सुझाव दिया था।
किसानों द्वारा पराली जलाना केवल 25 प्रतिशत प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है, और शेष 75 प्रतिशत प्रदूषण पटाखा जलाने, वाहनों के प्रदूषण, धूल से होता है।
वाहनों के उपयोग में कम से कम 30 प्रतिशत की कटौती करें क्योंकि दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता आपातकालीन स्तर की ओर बढ़ गई है
दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में दृश्यता कम होने के साथ दिल्ली की वायु गुणवत्ता खराब बनी हुई है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा की गुणवत्ता शनिवार को और खराब हो गयी और औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 352 पर आ गया।
कोरोनो वायरस के प्रकोप के मद्देनजर देशव्यापी लॉकडाउन के बीच राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता में भारी सुधार हुआ है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आज कोहरा छाया रहा, लेकिन वायु गुणवत्ता में सुधार देखा गया, जिसके बाद वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया।