Atma

  • आत्मा और परमात्मा का संबंध

    कठोपनिषद में मनुष्य शरीर को रथ कहा गया है — आत्मा रथ का स्वामी, बुद्धि सारथी, मन लगाम, इन्द्रियाँ घोड़े। इन्द्रियों के विषय मार्ग हैं। आत्मा तभी अपने लक्ष्य तक पहुँचेगी, जब बुद्धि मन को वश में रखकर इन्द्रियों को सही मार्ग पर चलाएगी। आत्मा के बिना शरीर “अरथी” हो जाता है। लेकिन लोग आत्मा और शरीर को एक मानकर भटकते हैं, जिससे संसार में अशांति और समस्याएँ बढ़ती हैं। आत्मा और परमात्मा के संबंध को समझना ही अध्यात्मवाद है। ये दोनों भौतिक पदार्थ नहीं हैं, इसलिए इन्हें आँख से देखा, कान से सुना, नाक से सूँघा, जीभ से चखा...