ये दोस्ताना आलोचना है
अमेरिकी राजदूत ने “आत्म-निर्भर” भारत की नीति पर सवाल खड़े किए हैं। इसे इस रूप में भी देखा जा सकता है कि अब आत्म-निर्भरता की नीति और पश्चिमी अर्थव्यवस्था से भारत के जुड़ाव की प्राथमिकता के बीच तीखा अंतर्विरोध खड़ा हो रहा है। इन दिनों पश्चिमी हस्तियों और मीडिया के बीच आम ट्रेंड आर्थिक मामलों में भारत को एक चमकती संभावना बताने का है। इसके पीछे एक वजह तो यह है कि उन देशों की कंपनियों को भारत के उच्च एवं उच्च-मध्यम वर्ग में एक लाभदायक बाजार नजर आता है। उनका दूसरा मकसद भारत को चीन के बरक्स खड़ा कर...