balidan diwas

  • स्वाधीनता संग्राम के पहले बलिदानी मंगल पाण्डेय

    मंगल पाण्डेय चर्बी युक्त कारतूसों के विरुद्ध थे। उन्हें यह भली-भांति पत्ता था कि ब्रिटिश अधिकारी भारतीय हिन्दू सैनिकों और ब्रिटिश सैनिकों में भेदभाव करते थे। इससे परेशान होकर उन्होंने ब्रिटिश अधिकारियों से लड़ने का बीड़ा उठाया था। और भारत के एक वीर पुत्र ने स्वाधीनता संग्राम के यज्ञ में अपने प्राणों की आहुति दे दी। वीर मंगल पाण्डेय के पवित्र प्राणहव्य को पाकर स्वातंत्र्य यज्ञ की लपटें भड़क उठीं। 8 अप्रैल - मंगल पाण्डेय बलिदान दिवस भारत की समृद्धता को देखकर ब्रिटिश साम्राज्य के वफादार, चतुर व्यापारी भारत में आए तो देश में चल रही राजा- महाराजाओं के आपसी...