Birsa Munda

  • क्रांतिदर्शी बिरसा मुंडा

    1894 में मानसून के छोटानागपुर में असफल होने के कारण भयंकर अकाल और महामारी फैली, तो बिरसा ने पूरे मनोयोग से अपने लोगों की सेवा की। बिरसा ने लोगों को किसानों का शोषण करने वाले ज़मींदारों के विरुद्ध संघर्ष करने की प्रेरणा भी दी। अवसर आते ही 1 अक्टूबर 1894 को नौजवान नेता के रूप में सभी मुंडाओं को एकत्र कर बिरसा ने अंग्रेजों से लगान माफी के लिए आन्दोलन शुरू कर दिया। 9 जून को बिरसा मुंडा बलिदान दिवस झारखण्ड के अमर स्वाधीनता सेनानी और क्रांतिदर्शी बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवम्बर 1875 ईस्वी में राँची के उलीहातू गाँव...

  • झारखंड में जनजातीय महिला सदस्यों से बातचीत करेंगी राष्ट्रपति मुर्मू

    रांची। झारखंड का तीन दिवसीय दौरा कर रहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की जन्मस्थली खूंटी में स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिला सदस्यों से बृहस्पतिवार को मुलाकात करेंगी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम में 25,000 से अधिक जनजातीय महिलाओं के भाग लेने की उम्मीद है। बाद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) रांची में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के दूसरे दीक्षांत समारोह में भी शामिल होंगी। उन्होंने कहा, खूंटी स्थित बिरसा मुंडा कॉलेज के स्टेडियम में 25,000 के अधिक जनजातीय महिलाओं के राष्ट्रपति के साथ संवाद में शामिल होने की...

  • मोदी ने आदिवासी महोत्सव पर बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार को यहां मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव (National Tribal Festival) आदि महोत्सव का उद्घाटन किया। इस मौके पर श्री मोदी ने आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा (Birsa Munda) को श्रद्धांजलि अर्पित की। उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का दौरा किया। उन्होंने जनजातीय कारीगरों के साथ बातचीत की और उनके हथकरघा, हस्तशिल्प और जनजातीय उत्पादों को देखा। राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव का उद्देश्य देश भर की जनजातियों की समृद्ध और विविध विरासत को प्रदर्शित करना होगा।आगामी 27 फरवरी तक चलने...