हीरोइन केंद्रित फ़िल्मों का हश्र
‘तरला’ के साथ ही सोनम कपूर की ‘ब्लाइंड’ और विद्या बालन की ‘नीयत’ का भी आगमन हुआ है। इन तीनों फिल्मों की खूबी यह है कि इनकी केंद्रीय भूमिका में महिलाएं हैं। ‘तरला’ के अलावा बाकी दोनों फिल्मों में सोनम कपूर और विद्या बालन अपराध की जांच करने वाली अधिकारी बनी हैं। पता नहीं क्यों, अभिनेत्रियों के लिए जब पुरुषों की बराबरी वाली भूमिकाओं की बात आती है तो वह अक्सर पुलिस, सीबीआई या रॉ के किसी अफ़सर या एजेंट की भूमिका पर आकर टिक जाती है। इसकी वजह शायद यह है कि अपने पुरुष स्टार भी आजकल ऐसी भूमिकाएं...