Chemistry

  • केमिस्ट्री का नोबल तीन वैज्ञानिकों को

    स्टॉकहोम। मेडिसिन और फिजिक्स के बाद अब इस साल के केमिस्ट्री को नोबल पुरस्कार की घोषणा कर दी गई है। इस साल केमिस्ट्री का नोबल पुरस्कार जापान के सुसुमु कितागावा, ऑस्ट्रेलिया के रिचर्ड रॉबसन और अमेरिका के उमर एम याघी को मिला है। स्वीडन की रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने बुधवार को इसका ऐलान किया। तीनों वैज्ञानिकों ने ऐसे एटम बनाए हैं जिनमें बड़े बड़े खाली हिस्से होते हैं, जिनसे गैस और अन्य रासायनिक पदार्थ आसानी से गुजर सकते हैं।  इन संरचनाओं को मेटल ऑर्गेनिक फ्रेमवर्क्स यानी एमओएफ कहते हैं। इसमें ऐसे क्रिस्टल बनते हैं, जिनमें बड़े खाली हिस्से...

  • केमिस्ट्री का नोबेल पुरस्कार जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के वैज्ञानिकों को

    स्वीडन की रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज आज केमिस्ट्री के नोबेल पुरस्कार का ऐलान किया। यह घोषणा दोपहर करीब 3:15 बजे की गई। सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉबसन और उमर एम. याघी को “धातु-कार्बनिक ढांचे के विकास के लिए” 2025 का रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। सुसुमु कितागावा जापान के क्योतो विश्वविद्यालय, रिचर्ड रॉबसन मेलबर्न विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया और याघी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले,संयुक्त राज्य अमेरिका में कार्यरत हैं। वैज्ञानिकों ने मेटल-कार्बनिक फ्रेमवर्क (एमओएफ) को बेहतर बनाने का नया तरीका खोजा है। फ्रेमवर्क मेटल और कार्बनिक चीजों से मिलकर बनते हैं और इनमें छोटे-छोटे छिद्र होते हैं। जिनका इस्तेमाल गैस...