चीन की आर्थिकी को वायरस!
ड्रेगन लस्त-पस्त हो चला है। चीन की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है। उसके उद्यमों का कुल क़र्ज़ देश की जीडीपी से भी ज्यादा हो गया है। रियल एस्टेट कारोबार ढह रहा है। वहां के प्रापर्टी बाज़ार के शहंशाह एवरग्रांड की हालत उसके दो बड़े अधिकारियों की हिरासत के बाद से खराब है। ब्याज दरें घटाने के बाद भी उद्यमी क़र्ज़ नहीं ले रहे हैं। और धन के प्रवाह के डाटा से पता चलता है कि चीनी कारोबारों के वित्तीय घाटे में हाल के वर्षों में गिरावट आई है। खबरों के अनुसार कम से कम बैलेंसशीट की दृष्टि से चीन मंदी की...