Delhi election results

  • सुषमा की कहानी आतिशी के साथ दोहराई गई

    delhi election results: इतिहास दोहराने की कहावत दिल्ली में चरितार्थ हुई है। 27 साल बाद भाजपा सरकार में आई है यह भी इतिहास का दोहराना है लेकिन दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री और तीसरी महिला मुख्यमंत्री का इतिहास भी दोहराया गया है। भारतीय जनता पार्टी ने 1998 के विधानसभा चुनाव से तीन महीने पहले सुषमा स्वराज को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया था।(delhi election results) उन्होंने खूब मेहनत भी की थी कि दिसंबर 1998 में हुए विधानसभा चुनाव में प्याज की कीमतों पर भाजपा चुनाव हार गई। कांग्रेस जीती और शीला दीक्षित के रूप में दिल्ली को दूसरी महिला मुख्यमंत्री मिली।...

  • उप मुख्यमंत्री का प्रयोग जारी रहेगा

    दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस के राज में यानी पहली चार सरकारों में उप मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया था। लेकिन अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने मनीष सिसोदिया को उप मुख्यमंत्री बनाया। भाजपा ने भी राज्यों में उप मुख्यमंत्री बनाने के प्रयोग को खूब आगे बढ़ाया। वह हर राज्य में दो दो उप मुख्यमंत्री बना रही है क्योंकि उससे कई जातियों का समीकरण साधने में आसानी हो रही है। तभी कहा जा रहा है कि दिल्ली में भी आम आदमी पार्टी उप मुख्यमंत्री बनाएगी। हो सकता है कि दो उप मुख्यमंत्री न बनें लेकिन एक जरूर बनेगा। उप मुख्यमंत्री कौन...

  • कांग्रेस ने बदला पूरा कर लिया

    दिल्ली में कांग्रेस पार्टी का खाता नहीं खुल सका है। फिर भी कांग्रेस के नेता इस संतोष में होंगे कि उन्होंने आम आदमी पार्टी को हरा दिया। आम आदमी पार्टी की हार ही कांग्रेस की जीत है क्योंकि कांग्रेस ने चुनाव प्रचार के दौरान ही साफ कर दिया था कि उसकी मुख्य प्रतिद्वंद्वी आप है। अशोक गहलोत ने यह बात कही थी। राहुल गांधी ने भी भाजपा की ही तरह आप पर हमला किया और यह भी कहा कि दोनों पार्टियां एक जैसी हैं। असल में कांग्रेस पार्टी इस बात से परेशान थी कि आम आदमी पार्टी राज्य दर राज्य...

  • मुस्लिम वोट आप के साथ रहा

    दिल्ली में अनुमान के उलट मुसलमानों ने मोटे तौर पर आम आदमी पार्टी का साथ दिया। ऐसा लग रहा है कि आखिरी समय में मुसलमानों ने तय किया कि कांग्रेस को वोट नहीं करना है और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को भी वोट नहीं करना है क्योंकि ये दोनों पार्टियां वोट काट रही हैं। इनको वोट देने का मतलब है भाजपा की मदद करना। तभी मतदान के ठीक पहले तक बन रही धारणा से उलट मुसलमान लगभग पूरी तरह से आप के साथ रहे। इसका नतीजा यह हुआ कि मुस्लिम बहुल सीटों पर आप उम्मीदवार या तो जीते या...

  • क्या दिल्ली को साफ हवा मिल सकेगी?

    सारा खेल 'परसेप्शन' का है - धारणाओं का है। चाहे आपको भला लगे या बुरा, मगर हकीकत है कि चुनावों में जीत-हार में 'परसेप्शन' की बहुत बड़ी भूमिका रहती है। और उसका सरकार या पार्टी की नीतियों या कामकाज से कोई ख़ास ताल्लुक नहीं होता। दिल्ली के चुनाव नतीजों से फिर एक बार यही साबित हुआ है। जो लड़ाई बहुत कड़ी होनी थी, उसमें 'परसेप्शन' की चकाचौंध और कोलाहल के चलते एक ऐसी पार्टी का पलड़ा बहुत भारी हो गया। दिल्ली का चुनावी मुकाबला कड़ा था और कौन जीतेगा, इसका सही-सही अनुमान लगाना बहुत मुश्किल था। समाज के सभी तबकों...

  • केजरीवाल, सिसोदिया सहित दिग्गज नेता हारे

    नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल चुनाव हार गए हैं। वे अपनी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार के तौर पर चुनाव लड़ रहे थे। उनको नई दिल्ली सीट पर भाजपा के परवेश वर्मा ने चुनाव कराया। केजरीवाल दिसंबर 2013 में इस सीट पर तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हरा कर विधायक बने थे और लगातार तीन चुनाव से जीत रहे थे। परवेश वर्मा ने उनको चार हजार वोट के अंतर से हराया। केजरीवाल सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे आम आदमी पार्टी के नंबर दो नेता मनीष सिसोदिया सीट बदलने...

  • केजरीवाल ने भाजपा को बधाई दी

    नई दिल्ली। लगातार तीन बार से चुनाव जीत रहे आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने खुद और पार्टी के चुनाव हारने के बाद पहली प्रतिक्रिया में हार स्वीकार की और जीतने वाली भारतीय जनता पार्टी को बधाई दी। केजरीवाल ने एक वीडियो मैसेज जारी करके कहा, ‘हम जनता के फैसले को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। मैं भाजपा को इस जीत के लिए बधाई देता हूं। मुझे उम्मीद है कि वे उन उम्मीदों पर खरे उतरेंगे, जिसके साथ लोगों ने उन्हें बहुमत दिया है’। केजरीवाल ने आगे कहा, ‘लोगों ने हमें जो 10 साल दिए, उसमें हमने शिक्षा,...

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