डिप्टी स्पीकर के मामले में क्या करेगी सरकार?
वैसे तो सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं है कि लोकसभा में डिप्टी स्पीकर नहीं है। आखिर पिछली लोकसभा का कार्यकाल बिना डिप्टी स्पीकर के ही पूरा हो गया और कोई पहाड़ नहीं टूट पड़ा। स्पीकर सब काम संभालने में सक्षम हैं और उनके अलावा पीठासीन अधिकारियों का एक पैनल बन जाता है, जो स्पीकर की गैरहाजिरी में सदन का संचालन करते हैं। लोकसभा के पीठासीन अधिकारियों के पैनल में संचार घोटाले के आरोपी ए राजा भी हैं। बहरहाल, सरकार को परवाह नहीं है लेकिन राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को...