वहां काबिलियत यहां आरक्षण!
अमेरिका में सरकारी कर्मचारी की हैसियत भारत जैसी नहीं है। कितनी गजब बात है कि डोनाल्ड ट्रंप ने एक आदेश से केंद्र सरकार में आरक्षण, सामाजिक सशक्तिकरण, एफर्मेटिव एक्शन से भर्ती हुए सभी कर्मचारियों को एक महीने का वेतन दे कर घर बैठा दिया। इतना ही नहीं उन्होंने प्राइवेट सेक्टर, बहुराष्ट्रीय कंपनियों को इन कसौटियों में भर्ती को ले कर चेतावनी दी। अर्थात इस तरह की भर्तियां बंद करें और केवल काबिलियत की कसौटी पर नौकरी दी जाए। डोनाल्ड ट्रंप के आदेश पर वहा हड़ताल नहीं हुई। न विरोधी पार्टी और सांसदों का हल्ला हुआ। किसी लेवल पर वोट राजनीति...