एक और कूटनीतिक चुनौती
अभी कुछ रोज पहले ही बताया गया था कि तालिबान सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई का समर्थन किया है। मगर अब अफगानिस्तान उस परियोजना का हिस्सा बन गया है, जिस पर भारत को आरंभ से ही एतराज है। चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच चीन- पाकिस्तान इकॉनमिक कॉरोडोर (सीपेक) के अफगानिस्तान तक विस्तार पर बनी सहमति कूटनीतिक लिहाज से भारत के लिए अच्छी खबर नहीं है। और जिस समय पर यह हुआ है, उसमें ये चुनौती और भी बड़ी दिखती है। अभी कुछ रोज पहले ही, ऑपरेशन सिंदूर ठहरने के बाद, विदेश मंत्री एस. जयशंकर की तालिबान...