farmer shubhakaran

  • नाजुक मोड़ पर आंदोलन

    बेशक पुलिस ने अनुपात से अधिक और अनुचित बल-प्रयोग किया गया है। इससे किसानों में गुस्सा फैला है। मगर कुछ उग्रता नए गुट की रणनीति का भी हिस्सा है, जो संभवतः एसकेएम को अप्रभावी दिखाकर कृषक मुद्दों पर अपना नेतृत्व कायम करना चाहता है। पंजाब-हरियाणा से लगे खनौरी बॉर्डर पर पुलिस कार्रवाई में एक नौजवान किसान की मौत ने किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के मौजूदा दौर को नाजुक मोड़ पर पहुंचा दिया है। यहां यह याद करने योग्य है कि 2020 में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ खड़ा हुए और 13 महीनों तक चले बहुचर्चित किसान आंदोलन के समय पुलिस...