भारत की बिगड़ती कथा
भारत को बड़े निवेश की जरूरत है। मगर यह तभी संभव है, जब यहां कारोबार का माहौल हो। ऐसा तब नहीं हो सकता, जहां बाजार सिकुड़ रहा हो, कथानकों पर तनाव हावी हो, और विकास का प्रश्न चर्चा में बहुत पिछड़ गया हो। यह आंकड़ा चौंकाने वाला है कि 2024-25 में भारत में शुद्ध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (नेट एफडीआई) में 96.5 प्रतिशत की गिरावट आई। नेट एफडीआई का अर्थ है देश में आए और देश से बाहर गए प्रत्यक्ष निवेश का अंतर। गुजरे वित्त वर्ष में नेट एफडीआई महज 35 करोड़ 30 लाख डॉलर का रहा, जबकि 2023-24 में यह...