श्रीकृष्ण और गोपाष्टमी पर्व
श्रीकृष्ण ने गौचारण आरंभ किया और वह शुभ तिथि कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष अष्टमी की थी। इस दिन श्रीकृष्ण पहली बार गाय चराने के लिए गए थे। अर्थात पहली बार कन्हैया ने ग्वाले का रूप धारण कर प्रथम बार गोप कर्म प्रारंभ किया था। श्रीकृष्ण के गौचारण आरंभ करने के कारण कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी कहा जाता है। गोपूजा का यह पर्व गौ संरक्षण और गौ संवर्धन को समर्पित है। -अशोक “प्रवृद्ध” श्रीकृष्ण बाल्यकाल से ही गौ अर्थात गाय, गौदुग्ध, मक्खन, गौचारण, गौसंरक्षण, गौसंवर्द्धन से गहरे रूप से जुड़े रहे हैं, और उनके...