Hindi film

  • संघ परिवार: क्षुद्र मानसिकता का प्रसार

    हिन्दी फिल्म उद्योग पर कोलतार पोतना संघ-परिवार की फूहड़ 'नरेटिव' योजना का ही ट्रेडमार्क नमूना है। उन का आईटी सेल अनाम पोस्टों द्वारा फिल्मी हस्तियों, गतिविधियों पर कीचड़ उछालता रहता है। इस के बावजूद कि फिल्मी दृश्यों, संवादों में वही संदेश या संकेत रहता रहा है, जो खुद गाँधीजी से लेकर आज के हिन्दू नेताओं‌ तक के प्रवचनों और औपचारिक शिक्षा में रहा है। जिसे संघ-भाजपा नेतृत्व भी दशकों से सोत्साह चला रहे हैं। पर वही संवाद किन्हीं फिल्मों में होने का उदाहरण देकर इसे 'ऊर्दूवुड' कह कर लांछित करवाते हैं। कुछ वर्षों से प्रोपेगंडा चल रहा है कि 'हिन्दी...