सिर्फ हिंदू मुस्लिम नैरेटिव का कार्ड
लोकसभा चुनाव के नतीजों ने भाजपा का सारा हिसाब किताब बिगाड़ा है। पिछले डेढ़ महीने में अगर एकाध राज्यों के दौरे पर, या संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर दिए उनके भाषण को छोड़े तो प्रधानमंत्री के भाषण में भी कोई झांकी देखने को नहीं मिली है। पहली झांकी कारगिल युद्ध के 25 साल पूरे होने के मौके पर दिखी है, जब वे लद्दाख गए। लेकिन कुल मिला कर प्रधानमंत्री और पूरी पार्टी अंदर से हिली हुई है और इस चिंता में है कि अगर इस साल होने वाले चार राज्यों के चुनाव में प्रदर्शन खराब हुआ...