Hinduism

  • महज कथा-कहानियाँ नहीं हैं वैदिक आख्यान

    आवश्यक नहीं कि कोई कथा सत्य हो तभी महत्वपूर्ण होगी। काल्पनिक या प्रतीकात्मक कथा भी यदि‍जीवन मूल्यों व सत्य का बोध कराती है तो वह कालजयी व शाश्वत हो जाती है। वैदिक आख्‍यान इसी श्रेणी में आते हैं। यह आख्यान, मनुष्य और ईश्वर, प्रकृति, पशु-पक्षी, पहाड़-जंगल, देवी-देवताओं के बीच के सम्बन्धों की व्याख्या करते हैं और अंत में इस निष्कर्ष पर ले जाते हैं कि सभी में एक ही ब्रह्म की चेतना व्याप्त है। इसीलिए यह कालजयी हैं और सामान्य कथा-कहानियों से भिन्न हैं। बौद्धिक रूप से इन आख्यानों के गहरे अर्थ निकाले जा सकते हैं परंतु इनकी विशेषता यह...