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भारत में भूख पाक से ज्यादा!

दुनिया के 121 देशों के इंडेक्स में भारत नीचे 107वें स्थान पर। श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल भी भारत के मुकाबले अच्छे।

चीन में एक बच्चे की मासूमियत के चलते पापा को लगा 15,000 का चुना..जानें मामला

Child Orders 100 bowls : बच्चे इतने मासूम होते है कि अपनी मासूमियत के चक्कर में वो कुछ भी कर जाते है। उनकी छोटी-छोटी गलतियां कई बार हमें नुकसान पहुंचा देती हैं। चीन में एक ऐसी ही खबर सुनने को मिली है जहां पर एक बच्ची ने अपनी शरारत में अपने पापा को हजारों का चुना लगा दिया। चीन में एक चार साल की बच्ची को इतनी भूख लगी थी कि उसने पापा के फोन से 15,000 रूपये का खाना ऑर्डर ( Child Orders 100 bowls )कर दिया। मज़े की बात तो ये रही कि घर पर खाना पहुंचने का सिलसिला जब शुरू हुआ तो घंटों तक चलता रहा। Sohu.com के मुताबिक बच्ची ने अपने पिता के मोबाइल फोन से खुद के लिए पसंदीदा नूडल्स ऑर्डर किए थे।फिर क्या था, बच्ची ने इतना खाना मंगाया कि पापा देखकर पहले तो बेहद खुश हुए, लेकिन बाद में उन्हें जब मामला समझ में आया तो हज़ारों का चूना लग चुका था। also read: मां ने तांत्रिक से कराया अपने बेटे का इलाज और बेटे की हुई मौत, तांत्रिक सपने में आकर करता है मां का दुष्कर्म.. बच्ची के पापा को लगा इनाम है ( Child Orders 100 bowls ) बच्ची जिलिन की रहने वाली बताई… Continue reading चीन में एक बच्चे की मासूमियत के चलते पापा को लगा 15,000 का चुना..जानें मामला

भूख में भारत 94वें स्थान पर

भारत में विकास के तमाम बड़े बड़े दावों के बीच हकीकत यह है कि देश भूख के सूचकांक में 94वें स्थान पर है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स ने शुक्रवार को यह रिपोर्ट जारी की। दुनिया के 107 देशों की इस सूची में भूख और कुपोषण के मामले में भारत गंभीर श्रेणी में 94वें स्थान पर है।

भूख अब भी सबसे बड़ी चिंता है

सोचें, दुनिया इस समय क्या कर रही है और भारत में क्या हो रहा है? दुनिया के शायद ही किसी सभ्य और विकसित लोकतांत्रिक देश में इस बात की चिंता की जा रही होगी कि उसके नागरिकों का पेट कैसे भरेगा। शायद ही कहीं इस बात की चिंता होगी कि अगर सरकार मुफ्त अनाज नहीं देगी तो उसके नागरिक भूखों मर जाएंगे।

नींद उड़ाने वाली चेतावनियां

कोरोना महामारी ने भारत की स्वास्थ्य व्यवस्था के तार-तार कर दिए हैं। मगर इसकी मार बस यहीं तक सीमित नहीं रहने वाली है। बल्कि अभी तो इसके पूरे असर सामने आने शुरू भी नहीं हुए हैं। असर क्या हो सकता है

वायरस और भूख का कुंआ

भारतीय रेलवे, रेलवे बोर्ड जब किराया लेकर लोगों को दो वक्त खाने के पैकेट नहीं बांट सका तो गांव-गांव गरीब के घर में खाने के पैकेट, राशन बांटना क्या सरकारों के बूते में है?

भूख की व्यथा लिए बुढिया और शराब

लॉकडाउन के दौरान दो बड़ी अजीबो-गरीब घटनाएं देखने को मिली। जब सुबह मदर डेयरी पर दूध लेने गया तो उसके सामने स्थित ब्रेड की दुकान से डबल रोटी खरीदते समय एक महिला की आवाज सुनाई पड़ी।

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