India economic crisis

  • उन्हीं आंकड़ों से अंदर

    आर्थिक वृद्धि में सबसे बड़ा योगदान वित्तीय सेवाओं और कंस्ट्रक्शन का रहा। कंस्ट्रक्शन का 8.4 प्रतिशत रहा, जो 12 साल में सबसे ऊंचा है। वित्तीय सेवाओं का योगदान 21.7 प्रतिशत रहा। मगर मैनुफैक्चरिंग और शहरी उपभोग की स्थिति चिंताजनक बनी रही। सकल घरेलू उत्पाद के 2024-25 की अंतिम तिमाही- और उसके साथ ही स्पष्ट हुए पूरे वित्त वर्ष के आंकड़ों को लेकर मोटे तौर पर दो तरह की सुर्खियां बनीं। एक यह कि चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर अपेक्षा से बेहतर रही। दूसरी यह कि आर्थिक वृद्धि की दर गिरी। वैसे एक सुर्खी यह भी बनी कि कोरोना महामारी...

  • नई चोट, नए जख्म

    india Economy : इक्विटी बाजार में गिरावट से घरेलू आय और उपभोग में भी गिरावट आ सकती है, जिसका असर आर्थिक विकास पर पड़ेगा। स्पष्टतः यह निवेशक आधार के अधिक व्यापक होने की कीमत है। इससे भारत का आर्थिक दुश्चक्र और संगीन हो रहा है। (india Economy) अमेरिका के टैरिफ वॉर से पहले से ही कमजोर भारत की घरेलू अर्थव्यवस्था पर नए जख्म लग रहे हैं। इसकी एक मिसाल औषधि उद्योग है, जहां अनेक दवा कारखानों के बंद होने का अंदेशा गहरा गया है। रुबिक्स डेटा एजेंसी के आकलन के मुताबिक अमेरिका में ऊंची शुल्क दर से यहां उत्पादन लागत...