उन्हीं आंकड़ों से अंदर
आर्थिक वृद्धि में सबसे बड़ा योगदान वित्तीय सेवाओं और कंस्ट्रक्शन का रहा। कंस्ट्रक्शन का 8.4 प्रतिशत रहा, जो 12 साल में सबसे ऊंचा है। वित्तीय सेवाओं का योगदान 21.7 प्रतिशत रहा। मगर मैनुफैक्चरिंग और शहरी उपभोग की स्थिति चिंताजनक बनी रही। सकल घरेलू उत्पाद के 2024-25 की अंतिम तिमाही- और उसके साथ ही स्पष्ट हुए पूरे वित्त वर्ष के आंकड़ों को लेकर मोटे तौर पर दो तरह की सुर्खियां बनीं। एक यह कि चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर अपेक्षा से बेहतर रही। दूसरी यह कि आर्थिक वृद्धि की दर गिरी। वैसे एक सुर्खी यह भी बनी कि कोरोना महामारी...