India russia relations

  • रूस ने जो कहा

    संभवतः रूस अपना पक्ष तय कर चुका है और अब उसने अपना आखिरी दांव चला है, ताकि नई परिस्थितियों में भी भारत से उसका रिश्ता जारी रह सके। उसे गेंद भारत के पाले में डाल दी है। भारत के प्रति रूस की नीति अधिक स्पष्ट हो रही है। इसका पहला संदेश है कि भारत हर हाल में रूस के समर्थन को सुनिश्चित मान कर अब नहीं चल सकता। वैसे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान रूस ये बात अपने व्यवहार से भी साफ कर चुका है। उसके बाद उसके जो बयान आए और जैसा व्यवहार दिखा है, उससे यह साफ हुआ है...