संबंध में पड़े पेच
ये घटनाक्रम इसलिए महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि नरेंद्र मोदी सरकार ने अमेरिका से करीबी संबंध बनाने को अपनी विदेश नीति में केंद्रीय स्थान दे रखा है। आरंभिक सफलताओं के बाद अब ऐसा लगता है कि उसकी विदेश नीति का यह केंद्रीय स्थल दरकने लगा है। खालिस्तानी उग्रवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के माले में नई दिल्ली स्थित अमेरिकी राजदूत एरिक गारसेटी का ताजा बयान भारत- अमेरिका संबंधों में पड़ रही गांठों का संकेत है। गारसेटी ने इस बार जैसी सख्त भाषा का इस्तेमाल किया, वैसा इस प्रकरण में अब तक सुनने को नहीं मिला था। गारसेटी ने आपसी संबंधों के बीच ‘लक्ष्मण...