interest rate

  • ब्याज दर नहीं घटेगी

    मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को नीतिगत दर में कटौती की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि केंद्रीय बैंक के लिए मुद्रास्फीति अभी भी उच्च प्राथमिकता बनी हुई है। दास ने यहां आरबीआई मुख्यालय में मौद्रिक नीति की द्विमासिक समीक्षा के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि पिछले कुछ महीनों में खुदरा मुद्रास्फीति के अच्छे आंकड़ों को देखकर किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जानी चाहिए। इसके साथ ही आरबीआई गवर्नर ने रेपो दर को लगातार पांचवीं बार स्थिर रखने की घोषणा करते समय ‘अत्यधिक सख्ती’ को लेकर स्थिति स्पष्ट करते हुए...

  • मुद्रास्फीति चार प्रतिशत पर लाने का लक्ष्यः आरबीआई

    inflation:- आरबीआई के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने कहा है कि नीतिगत दर में सोच-समझ कर की गयी वृद्धि और सरकार के स्तर पर आपूर्ति व्यवस्था बेहतर बनाने के उपायों से खुदरा महंगाई घटी है तथा इसे और कम कर चार प्रतिशत पर लाने के लिये कोशिश जारी है। दास ने साथ ही जोड़ा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनिश्चितताएं और अल नीनो की आशंका के साथ चुनौतियां भी बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि ब्याज दर और मुद्रास्फीति साथ-साथ चलते हैं। इसीलिए अगर मुद्रास्फीति टिकाऊ स्तर पर काबू में आती है, तो ब्याज दर भी कम हो...

  • फेडरल रिजर्व ने प्रमुख ब्याज दर यथावत रखा

    Federal Reserve :- अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बुधवार को प्रमुख ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया। हालांकि, इससे पहले ऊंची मुद्रास्फीति पर अंकुश के लिए फेडरल रिजर्व द्वारा लगातार 10 बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गई थी। हालांकि, अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने संकेत दिया है कि वह इस साल दो बार और ब्याज दर बढ़ा सकता है, जिसकी शुरुआत अगले महीने से हो सकती है। फेडरल रिजर्व ने अपनी प्रमुख ब्याज दर को 5.1 प्रतिशत पर यथावत रखा है। यह इसका 16 साल का उच्चस्तर है। यह दर्शाता है कि केंद्रीय बैंक का मानना है कि...

  • ब्याज दर में वृद्धि रोकना मेरे हाथ में नहीं : शक्तिकांत दास

    नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि ब्याज दर में वृद्धि को रोकना उनके हाथ में नहीं है, यह उस समय की जमीनी स्थिति पर निर्भर करता है। अप्रैल में आरबीआई ने प्रमुख नीतिगत दर (रेपो) को 6.5 प्रतिशत पर यथावत रखते हुए सभी को हैरान कर दिया था। इससे पहले केंद्रीय बैंक मई, 2022 से रेपो दर (repo rate) में ढाई प्रतिशत की वृद्धि कर चुका है। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने बुधवार को कहा कि इस तरह के सुझाव...

  • 2020 के बाद ईपीएफओ अंशधारकों राहत! ईपीएफ पर 8.15 प्रतिशत की ब्याज दर निर्धारित

    नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) (EPFO) ने मंगलवार को अपनी बैठक में 2022-23 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (Employees Provident Fund) (ईपीएफ) (EPF) पर 8.15 प्रतिशत की ब्याज दर (interest rate) निर्धारित कर दी। ईपीएफओ 2021-22 के लिए अपने करीब पांच करोड़ अंशधारकों के ईपीएफ पर ब्याज दर को घटाकर मार्च, 2022 में चार दशक से भी अधिक समय के निचले स्तर 8.1 प्रतिशत पर ले आया था। यह दर 1977-78 के बाद से सबसे कम थी, तब ईपीएफ पर ब्याज दर आठ प्रतिशत हुआ करती थी। 2020-21 में यह दर 8.5 प्रतिशत थी। एक सूत्र ने कहा,...

  • ईपीएफओ की दो दिवसीय बैठक शुरू, ईपीएफ ब्याज दर घोषणा पर सबकी नजर

    नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) (EPFO) ने मंगलवार को अपनी बैठक में 2022-23 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (Employees Provident Fund) (ईपीएफ) (EPF) पर 8.15 प्रतिशत की ब्याज दर (interest rate) निर्धारित कर दी। ईपीएफओ 2021-22 के लिए अपने करीब पांच करोड़ अंशधारकों के ईपीएफ पर ब्याज दर को घटाकर मार्च, 2022 में चार दशक से भी अधिक समय के निचले स्तर 8.1 प्रतिशत पर ले आया था। यह दर 1977-78 के बाद से सबसे कम थी, तब ईपीएफ पर ब्याज दर आठ प्रतिशत हुआ करती थी। 2020-21 में यह दर 8.5 प्रतिशत थी। एक सूत्र ने कहा,...

  • लघु बचत योजनाओं की ब्याज दर बढ़ी

    नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) (EPFO) ने मंगलवार को अपनी बैठक में 2022-23 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (Employees Provident Fund) (ईपीएफ) (EPF) पर 8.15 प्रतिशत की ब्याज दर (interest rate) निर्धारित कर दी। ईपीएफओ 2021-22 के लिए अपने करीब पांच करोड़ अंशधारकों के ईपीएफ पर ब्याज दर को घटाकर मार्च, 2022 में चार दशक से भी अधिक समय के निचले स्तर 8.1 प्रतिशत पर ले आया था। यह दर 1977-78 के बाद से सबसे कम थी, तब ईपीएफ पर ब्याज दर आठ प्रतिशत हुआ करती थी। 2020-21 में यह दर 8.5 प्रतिशत थी। एक सूत्र ने कहा,...

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