कूटनीतिक प्रयासों से हल?
इजराइल अपने को 1967 की सीमा तक सीमित करे और बाकी इलाकों पर स्वतंत्र फिलस्तीन बने, यह ऐसा फॉर्मूला है, जिसका समर्थन पश्चिमी देश भी करते रहे हैं। प्रश्न यही है कि अभी जारी तमाम कूटनीतिक प्रयास क्या यह मकसद हासिल कर पाएंगे? इजराइल-फिलस्तीन युद्ध को रोकने की कूटनीतिक कोशिशें तेज हुई हैं, लेकिन इनका कितना असर होगा, यह संदिग्ध है। फिलहाल, दो बड़े स्तरों पर ऐसे प्रयास हुए हैं। एक तो अरब लीग और इस्लामी सहयोग संगठन के साझा प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देशों की राजधानियों का दौरा शुरू किया है। इसके पहले मुकाम...