jharkhand assembly election
नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध देश में इतना बड़ा आंदोलन उठ खड़ा होगा, इसकी कल्पना नरेंद्र मोदी और अमित शाह को क्या, कांग्रेसियों और कम्युनिस्टों को भी नहीं होगी। यदि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिलिया के छात्र भड़क उठे हैं तो बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी और देश के अन्य विश्वविद्यालयों के छात्र भी इस कानून के विरुद्ध मैदान में उतर आए हैं। यह ठीक है कि देश के विपक्षी दल इस जनोत्थान से खुश हैं और वे इसे उकसा भी रहे हैं लेकिन हम इससे इनकार नहीं कर सकते कि यह आंदोलन स्वतःस्फूर्त है। भाजपा की प्रतिक्रिया ऐसी है, जो इस आंदोलन की आग में घी का काम कर रही है। पहली बात यह कि पुलिस ने विश्वविद्यालयों के अंदर छात्रों के साथ मारपीट क्यों की? यह ठीक है कि छात्र लोगों का आंदोलन अहिंसक नहीं था। उन्होंने तोड़-फोड़ और आगजनी भी कर डाली लेकिन पुलिस थोड़े संयम से काम लेती तो बेहतर होता। दूसरी बात प्रधानमंत्री मोदी का यह कहना कि प्रदर्शनकारियों के कपड़े देख कर ही पता चल जाता है कि वे कौन हैं? क्या मतलब है, इस वाक्य का? इसका मतलब यह है कि वे मुसलमान हैं और हम पक्के हिंदुत्ववादी हैं। इस मौके पर इतना गैर-जिम्मेदाराना… Continue reading हिंदुत्ववादी दिखने का शौक?
गृह मंत्री अमित शाह खुश होंगे। बहुत खुश। इसलिए कि उन्हें सड़कों पर उस पहनावे के लोगों, छात्रों की भीड़ दिखलाई दे रही है, जिन्हें मुसलमान कहा जाता है। कोलकत्ता के ‘द टेलीग्राफ’ अखबार ने कल विरोध प्रदर्शनों के फोटो छाप प्रधानमंत्री मोदी को आईना दिखाना चाहा कि क्या इन फोटोज में भीड़ मुसलमानी है, जो आप कह रहे हैं कि पहनावा देखो तो मालूम होगा कि सड़कों पर कौन उतरे हुए हैं! हां, भारत के प्रधानमंत्री का ऑन रिकार्ड बयान है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ ये जो आग लगा रहे हैं, ये कौन हैं उनके कपड़ों से इसका पता चल जाता है। इधर उनका यह खुलासा था और उधर जामिया मिलिया विश्वविद्यालय में पुलिस ने घुस पर छात्रों की ऐसी पिटाई की, जिससे देश को अपने आप मालूम हुआ कि मोदी सरकार में कुव्वत है आग लगाने वालों को ठोकने की। फिर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल दो टूक शब्दों में बताया कि जिहादी, माओवादी, अलगाववादी हैं छात्र रूप में! भला यह नैरेटिव क्यों, जबकि हिसाब से देश भर में जिहादी, माओवादी, अलगाववादियों का इतनी तादाद में सड़कों पर उतरना अमित शाह के लिए बतौर गृह मंत्री चिंता वाली बात होनी थी! उन्हें व प्रधानमंत्री मोदी… Continue reading ‘पहनावा’ और हिंदू राष्ट्र!