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Jharkhand Mukti Morcha

  • लोकपाल मामलाः शिबू सोरेन की याचिका पर सुनवाई और स्थगित नहीं

    नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालाय (Delhi High Court) ने बुधवार को स्पष्ट किया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand Mukti Morcha ) के प्रमुख शिबू सोरेन (Shibu Soren) की याचिका पर सुनवाई को और स्थगित (adjourned) नहीं किया जाएगा। इस याचिका में सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) की शिकायत पर लोकपाल(Lokpal) द्वारा शुरू की गई कार्यवाही को चुनौती दी है। सोरेन के एक वकील ने कहा कि याचिका दाखिल करने वाले अधिवक्ता को कुछ व्यक्तिगत दिक्कतें हैं, लिहाजा वह चाहते हैं कि मामले की सुनवाई स्थगित की जाए। इस पर अदालत ने यह टिप्पणी...

  • झारखंड में कांग्रेस की कलह चलती रहेगी

    political crisis Jharkhand congress : झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन की पार्टियों का आपस में सद्भाव है लेकिन कांग्रेस पार्टी के अंदर की कलह खत्म नहीं हो रही है। जिस दिन से सरकार बनी है उस दिन से ही कांग्रेस के विधायकों की बगावत की चर्चाएं चल रही हैं और पार्टी टूटने का हल्ला मचता रहता है। अभी पिछले हफ्ते कांग्रेस के छह विधायक दिल्ली गए तो राजधानी रांची में ऐसा पैनिक हुआ था कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनका पूरा प्रशासन परेशान था। हवाईअड्डे पर लगाई गई व्यवस्था से विधायकों के जाने का पता चला। विधायकों की दिल्ली यात्रा पूरी तरह...

  • दूसरा और तीसरा मोर्चा एक साथ लड़ेगा

    Lok Sabha Elections Opposition : अगले लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के विरोध में दो मोर्चे बनेंगे लेकिन दोनों अलग अलग चुनाव नहीं लड़ेंगे। जानकार सूत्रों का कहना है कि विपक्ष के नेताओं को पता है कि सारी विपक्षी पार्टियों के एक मंच पर लाना या एक गठबंधन में लाना नामुमकिन है। वैचारिक विरोध के अलावा कई पार्टियों के बीच सीधा जमीनी टकराव है। इसलिए एक गठबंधन में सारी पार्टियों को लाने की बजाय दो अलग अलग मोर्चे बनाए जाने की तैयारी है और बाद में दोनों मोर्चों के बीच कहीं आधिकारिक रूप से तो कहीं परदे के पीछे का...

  • झारखंड में फिर से आदिवासी केंद्रित सियासत

    रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन की जीत और पांच साल सत्ता पर काबिज रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हार के बाद से झारखंड में एक बार आदिवासी केंद्रित सियासत की सुगबुहाट शुरू हो गई है। भाजपा ने सत्ता खोने के बाद ही यह मान लिया था कि झारखंड में गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री का प्रयोग उसके लिए भारी साबित हुआ। कहा तो यह भी जा रहा है कि चुनाव के बाद से ही भाजपा ने एक दमदार आदिवासी चेहरे की तलाश शुरू कर दी थी। लोकसभा चुनाव में झारखंड में जबरदस्त सफलता पाने के बाद...

  • झारखंड: शिबू सोरेन के बयान से सियासी सरगर्मी बढ़ी

    रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के उस बयान को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि आदिवासियों और राज्य के मूल निवासियों को हक दिलाने के लिए नीति में बदलाव किया जाएगा। इस बयान को लेकर विभिन्न दलों के नेताओं मुखर हो गए हैं। शिबू सोरेन ने दुमका में बुधवार को कहा था, राज्य सरकार झारखंड के आदिवासियों और मूलवासियों को उनका वाजिब हक और अधिकार दिलाने के लिए स्थानीय नीति में बदलाव करेगी। उन्होंने इसके लिए 1932 के आसपास हुए सर्वे में दर्ज खतियानी रैयतों का लाभ मुहैया...

  • झारखंड : 27 दिसंबर को हो सकती है हेमंत की ताजपोशी

    रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के उस बयान को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि आदिवासियों और राज्य के मूल निवासियों को हक दिलाने के लिए नीति में बदलाव किया जाएगा। इस बयान को लेकर विभिन्न दलों के नेताओं मुखर हो गए हैं। शिबू सोरेन ने दुमका में बुधवार को कहा था, राज्य सरकार झारखंड के आदिवासियों और मूलवासियों को उनका वाजिब हक और अधिकार दिलाने के लिए स्थानीय नीति में बदलाव करेगी। उन्होंने इसके लिए 1932 के आसपास हुए सर्वे में दर्ज खतियानी रैयतों का लाभ मुहैया...

  • झारखंड चुनाव : कांग्रेस-झामुमो गठबंध सरकार बनाने की ओर

    रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के उस बयान को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि आदिवासियों और राज्य के मूल निवासियों को हक दिलाने के लिए नीति में बदलाव किया जाएगा। इस बयान को लेकर विभिन्न दलों के नेताओं मुखर हो गए हैं। शिबू सोरेन ने दुमका में बुधवार को कहा था, राज्य सरकार झारखंड के आदिवासियों और मूलवासियों को उनका वाजिब हक और अधिकार दिलाने के लिए स्थानीय नीति में बदलाव करेगी। उन्होंने इसके लिए 1932 के आसपास हुए सर्वे में दर्ज खतियानी रैयतों का लाभ मुहैया...

  • झारखंड चुनाव : पांचवीं बार सरकार बनाने की ओर झामुमो

    रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के उस बयान को लेकर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि आदिवासियों और राज्य के मूल निवासियों को हक दिलाने के लिए नीति में बदलाव किया जाएगा। इस बयान को लेकर विभिन्न दलों के नेताओं मुखर हो गए हैं। शिबू सोरेन ने दुमका में बुधवार को कहा था, राज्य सरकार झारखंड के आदिवासियों और मूलवासियों को उनका वाजिब हक और अधिकार दिलाने के लिए स्थानीय नीति में बदलाव करेगी। उन्होंने इसके लिए 1932 के आसपास हुए सर्वे में दर्ज खतियानी रैयतों का लाभ मुहैया...

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