न्यायिक प्रक्रिया में सामंजस्य आवश्यक
कानून की प्रक्रिया एक श्रृंखला के समान है, जिसमें हर कड़ी की अपनी अहमियत है। पुलिस, वकील, गवाह और मुवक्किल, अगर इनमें से किसी ने भी अपना कर्तव्य ईमानदारी से नहीं निभाया, तो न्याय का पहिया अटक सकता है। वकीलों को चाहिए कि वे केवल तकनीकी जीत के लिए नहीं, बल्कि सच्चे न्याय के लिए कार्य करें। पुलिस को चाहिए कि वह सत्य की खोज में निष्पक्ष रहें। भारतीय लोकतंत्र की आत्मा उसके न्याय तंत्र में बसती है। संविधान ने हर नागरिक को यह अधिकार दिया है कि किसी भी अपराध या विवाद की स्थिति में वह न्याय के लिए...