एक उत्कृष्ट उदाहरण
हाल में सर्वोच्च न्यायपालिका के जजों का जिस तरह का आचरण रहा है, उसे देखते हुए जस्टिस संजीव खन्ना के इस एलान का महत्त्व और भी अधिक महसूस हुआ है कि रिटायरमेंट के बाद वे कोई पद स्वीकार नहीं करेंगे। यह उत्कृष्ट उदाहरण है। निवर्तमान प्रधान न्यायाधीश जस्टिस संजीव खन्ना ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिन यह प्रशंसनीय घोषणा की कि रिटायरमेंट के बाद वे कोई और पद स्वीकार नहीं करेंगे। इस तरह जस्टिस खन्ना ने एक बेहतरीन मिसाल कायम की है। हाल में सर्वोच्च न्यायपालिका के जजों का जिस तरह का आचरण रहा है, उसे देखते हुए इस एलान...