काश विजयवर्गीय प्रधानमंत्री होते, तो धार्मिक विद्वेष फैलाने के आरोप पर मुकदमा दर्ज नहीं होता.!
भोपाल। विगत कुछ दिनों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चुनावी रैलियों में काँग्रेस को बदनाम करने के लिए , हिन्दुओं के मंगल सूत्र छिने जाने के आरोप सरे-आम लगा रहे हैं। वैसे उनके चुनावी भाषणों को वर्तमान आपराधिक कानून के तहत। दो समुदायों के मध्य नफरत फैलाने और शांति भंग करने वाला तो है। परंतु चुनाव आयोग से शिकायत किए जाने के बाद भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। होना भी नहीं था –आखिरकार वे कोई आम आदमी या छोटे –नोट नेता तो है नहीं जो उनके िवरुद्ध पुलिस में कोई रिपोर्ट लिखाता.! तीन पुराने आईएएस अफसरों ने जो कि...