liquor ban
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी जिद में जब से शराबबंदी की है तब से रहस्यमय मौतों की संख्या में बड़ी बढ़ोतरी हो गई है।
बिहार के कई जिलों में होली के मौके पर पिछले 3 दिनों में संदिग्ध परिस्थितियों में 32 लोगों की मौत होने से हाहाकार मचा हुआ है। इसके अलावा भागलपुर और बांका में एक-एक व्यक्ति की आंखों की रोशनी छिन गई है।
एक शराब दुकान पर अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर शराब का उग्र विरोध किया और उन्होंने एक पत्थर भी दुकान में दे मारा।
सीवान जिले में 3 लोगों की मौत हो गई है। जिसका कारण जहरीली शराब हो बताया जा रहा है। इस घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत का माहौल है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर से एक यात्रा पर निकलने वाले हैं। संभवत: पंचायत चुनाव के बाद मुख्यमंत्री राज्य के सभी जिलों का दौरा करेंगे और विकास कार्यों का जायजा लेंगे।
पटना के ज्ञान भवन में नशामुक्ति दिवस के दिन बिहार में शराब नहीं पीने को लेकर शपथग्रहण कार्यक्रम रखा गया है।
बिहार में जहरीली शराब पीकर दर्जनों लोग मरे हैं। त्योहारों के बीच ये मौतें हुई हैं। समूचे बिहार में गली गली में शराब बिक रही है।
मुख्यमंत्री ने शराबबंदी पर फिर से अभियान शुरू किए जाने पर जोर दिया और कहा कि लोगों को फिर से बताना होगा कि यह बहुत गंदी चीज है।
बिहार में जहरीली शराब पीकर मरने वालों की खबर दिल दहलाने वाली थी। जिस प्रांत में पूर्ण शराबबंदी हो, उसमें दर्जनों लोग शराबपान के चलते मर जाएं और सैकड़ों लोग अधमरे हो जाएं, इसका अर्थ क्या निकला?