बिहार चुनाव में इस बार शराब का मुद्दा
केंद्र सरकार ने जाति गणना कराने का फैसला किया तो बिहार चुनाव में इसकी सबसे ज्यादा चर्चा होगी। भाजपा के नेता अपने को पिछड़ों, दलितों, वंचितों का हमदर्द बता कर चुनाव प्रचार में जाएंगे। लेकिन जाति के अलावा सबसे बड़ा मुद्दा शराब का होगा। बिहार चुनाव की घोषणा से पहले प्रशांत किशोर और तेजस्वी यादव यानी विपक्ष के दोनों बड़े नेताओं ने शराबबंदी को मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है। ध्यान रहे बिहार में अभी चुनाव पूर्व हुए सर्वेक्षणों में ये दोनों सबसे ज्यादा लोकप्रिय चेहरा हैं। तेजस्वी यादव को 36 फीसदी और प्रशांत किशोर को 17 फीसदी लोगों ने...