Malukdas

  • निर्गुण मत के प्रसिद्ध संत ईश्वर भक्त मलूकदास

    उन्होंने आलसियों के सम्बन्ध में प्रचलित अपने जीवन का पहला दोहा लिखा, और कालांतर में औरंगजेब के समय में दिल के अंदर खोजने वाले निर्गुण मत के नामी संत के रूप में लोकप्रिय हुए, जिसके कारण कड़ा, जयपुर, गुजरात, मुलतान, पटना, नेपाल और काबुल तक में मलूकदास की गद्दियाँ क़ायम हुईं-अजगर करै न चाकरी, पंछी करै न काम।दास मलूका कहि गए, सबके दाता राम।। 11 अप्रैल- संत मलूक दास जयंती : निर्गुण मत के प्रसिद्ध संत मलूकदास का जन्म उत्तरप्रदेश के प्रयागराज जिले से 38 किलोमीटर दूर कड़ा ग्राम में विक्रम संवत 1631 तदनुसार ईस्वी सन 1574 में बैशाख कृष्ण...