Marathi poet

  • मराठी के कवि, संत एकनाथ

    मराठी भाषा, उर्दू-फारसी से दब गई थी। दूसरी ओर संस्कृत के पंडित देशभाषा मराठी का विरोध करते थे। इन्होंने मराठी के माध्यम से ही जनता को जागृत करने का बीड़ा उठाया। एकनाथ की प्रमुख रचनाएँ चतुश्लोकी भागवत, पौराणिक आख्यान और संतचरित्र, भागवत, रुक्मिणी स्वयंवर, भावार्थ रामायण मानी जाती हैं। शान्तिब्रह्म, ज्ञानी एकनाथ महाराज (1533- 1590) को पूरे महाराष्ट्र में बतौर संत जाना जाता है। संत भानुदास के कुल में उत्पन्न एकनाथ ने संत ज्ञानेश्वर द्वारा प्रवृत्त साहित्यिक तथा धार्मिक कार्यों का सब प्रकार से उत्कर्ष कर महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे भारत के एक महान संत के रूप में ख्याति...