mob lynching
Kolkata: पश्चिम बंगाल में चुनाव (Bengal Elections) का असर अब आम लोगों पर भी पड़ने लगा है. टीएमसी (TMC) और भाजपा (BJP) के टकराव से आम लोग भी प्रभावित हो रहे हैं. यह मामला कौशिक कार नाम के एक थिएटर आर्टिस्ट का है. जिसे प्ले से इसलिए हटा दिया गया क्यों कि उसने बीजेपी जॉइन कर ली थी. इस घटना के बाद से बंगाल के सांस्कृतिक कलाकार भी दो हिस्सों में बंटटे हुए नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया (SOCIAL MEDIA) में भी इस बात को लेकर गहमागहमी बढ़ गयी है. हालांकि इस घटना के बाद से कुछ वरिष्ठ कलाकारों ने मोर्चा संभाला है. उनका कहना है कि कलाकर सिर्फ कलाकार होता है उसे राजनीति का चश्मा पहनाकर नहीं देखा जाना चाहिए. कलाकार की भी एक निजी जिंदगी होती है जिसमें वो अपनी इच्छा से कुछ भी कर सकता है. इसे कलाकार की क्षमता से के साथ जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए. क्या कहना प्ले का मंचन करने वाले सौरव का प्ले का मंचन करने वाले सौरव पलोधी (SOURAV PALODHI) का कहना है कि नाटक का वर्तमान राजनीतिक जुड़ाव (POLITICAL CONNECTION) ही उन्हें हटाये जाने कारण है. उन्होंने कहा कि 2019 में पलोधी ग्रुप ने उन्हें कैरेक्टर प्ले करने… Continue reading पॉलिटिक्स एट द पिक : थिएटर आर्टिस्ट के भाजपा जॉइन करने पर किया नाटक से बाहर
महाराष्ट्र के पालघर जिले में बीते दिनों दो संतों और उनके वाहन चालक की मॉब लिंचिंग की घटना के पीछे हिंदू धर्म आचार्य सभा को बड़ी साजिश दिख रही है।
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया में यह अफवाह जोर-शोर से चली थी कि देश के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सम्मान में दो मिनट के लिए खड़ा होना है।
हैदराबाद में बलात्कार और हत्या के चार आरोपियों के पुलिस ‘मुठभेड़’ में मारे जाने पर पूरे देश में जिस तरह का माहौल देखने को मिला वह एक बड़े खतरे का संकेत है। चाहे जैसे भी हुई हो पर हत्या पर किसी सभ्य समाज का जश्न मनाना व्यापक रूप से समाज में, पुलिस-प्रशासन में और कानून व्यवस्था में किसी बड़ी और गंभीर खामी का भी इशारा है।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में एक परिवार के तीन सदस्यों की हत्या वाली खबर ने चौंकाया है। सोशल मीडिया पर 35 साल के बंधू प्रकाश , 32 साल की उन की पत्नी ब्यूटी मोंडल पाल आठ साल के उन के बेटे अंगन बंधू पाल की खून से लथपथ लाशों की तस्वीरें भी आ चुकी थी।
बिहार की एक अदालत ने गजब किया हुआ है। एक जिले के चीफ जुडिशिएल मजिस्ट्रेट यानी सीजेएम ने एक वकील के आवेदन पर यह आदेश दिया कि देश में भीड़ की हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम खुली चिट्ठी लिखने वाली 49 जानी मानी हस्तियों के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया जाए