क्या है “मुस्लिम-लीगी माओवादी कांग्रेस” का अर्थ?
कांग्रेस कभी औपनिवेशिक विभाजनकारी नीतियों से लड़ने का प्रतीक थी। किंतु दुर्भाग्य से, वही विषाक्त चिंतन पं.नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और सोनिया गांधी के दौर से गुजरते हुए आज राहुल गांधी के समय तक पार्टी की नस-नस में समा गया है। अब कांग्रेस नेतृत्व का एकमात्र मकसद किसी भी कीमत पर सत्ता प्राप्त करना रह गया है— चाहे इसके लिए राष्ट्रीय सुरक्षा-अखंडता को दांव पर लगाकर भारत की प्रतिष्ठा को ही धूमिल क्यों न करनी पड़े। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कांग्रेस को “मुस्लिम-लीगी माओवादी कांग्रेस” कहने और उसे “देश के लिए खतरा” बताने का निहितार्थ क्या है? इस विचार...