Navratri 4th Day

  • शाश्वत ध्वनि नाद की पीठ, अनाहत चक्र

    अनाहत नाद अर्थात शाश्वत ध्वनि, ॐ ध्वनि। यह चक्र हृदय के निकट सीने के मध्य भाग में स्थित है। इसे हृदय केंद्र भी कहा गया है। इसका मंत्र यम है। अनाहत चक्र आत्मा की पीठ अर्थात स्थान है। अनाहत चक्र ध्वनि (नाद) की पीठ है। इस चक्र पर एकाग्रता व्यक्ति की प्रतिभा को कलाकार या रचनाकार के रूप में विकसित करने की क्षमता रखती है। इस चक्र से इच्छा पूर्ति करने में सहायक संकल्प शक्ति का उदय होता है। नवरात्रः चौथा दिन नवरात्रि के चौथे दिन नवदुर्गाओं में चतुर्थ स्वरूप कूष्माण्डा (कूष्मांडा) देवी की आराधना -उपासना की परिपाटी है। इस...