पर ट्रंप को क्या ‘नोबेल तमंगा’ मिलेगा?
डोनाल्ड ट्रंप के लिए शांति का अर्थ कभी युद्ध समाप्त करना नहीं बल्कि हेडलाइन जीतना का रहा है। और उसके बाद फिर नोबेल पुरस्कार। इस कार्यकाल की शुरुआत से ही ट्रंप की निगाह ओस्लो पर रही है। राष्ट्रपति पद बस मंच था; तमगा था लक्ष्य। इसलिए वे जब दोबारा ओवल ऑफ़िस लौटे, तो वे एक जलती हुई दुनिया में भी सहज दिखे। आख़िर, युद्ध तो ऐसे शख़्स के लिए सबसे सुंदर पृष्ठभूमि है जो खुद को “शांति निर्माता” कहता है। उनकी विदेश नीति की शैली — अगर इसे नीति कहा जा सके — प्रदर्शन और दबाव का मिश्रण रही है।...