philistine

  • न दान, न दया है और न मनुष्यता!

    म्यांमार में भयावह भूकंप आया! शायद ही कभी मालूम पड़े कि हजारों मरे या लाखों! लाखों का जुमला इसलिए है कि 7.7 तीव्रता के झटकों की मौतों, घायलों और बरबादी का म्यांमार में हिसाब रखने वाला है कौन? यह वह देश है, जहां दशकों से भेड़ियों का सैनिक शासन है। लोग बेचारे बौद्ध हैं और वे आजादी के बाद से ज्यादातर समय तानाशाही में जी रहे हैं। इनमें वह कोई जिंदादिली, गुर्दा नहीं है जो बतौर मनुष्य अपने आप पर सोच सकें कि वे कैसे जी रहे हैं। कथित ताकतपूर्ण सैनिक शासन के बावजूद म्यांमार के कई इलाकों में अलग-अलग...